नवी मुंबई: खोपोली से शिवसेना पार्षद मानसी कालोखे के पति मंगेश (45) की हत्या कर दी गई। घटना के समय वह अपने बच्चे के स्कूल छोड़कर बाइक से घर लौट रहे थे। काली कार में सवार होकर आए कुछ लोगों ने तलवार, हंसिया और कुल्हाड़ी से उनके ऊपर हमला कर दी। मंगेश खोपोली के पूर्व पार्षद थे और वह एकनाथ शिंदे की शिवसेना के नेता थे। उनकी हत्या के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। लोगों ने थाने का घेराव किया। वहीं मंगेश की पत्नी ने एनसीपी के जिलाध्यक्ष, प्रवक्ता और अन्य नेताओं पर हत्या का आरोप लगाया है।
मंगेश कालोखे के चचेरे भाई की दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर खोपोली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मंगेश के परिवार ने एनसीपी के रायगढ़ जिला अध्यक्ष सुधाकर घरे, एनसीपी के स्थानीय प्रवक्ता भरत भगत, रविंद्र देवकर और उनके बेटों दर्शन और धनेश तथा सचिन चव्हाण सहित 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
चुनावी रंजिश में हत्या!
शिवसेना विधायक भरत गोगावले ने आरोप लगाया कि यह हत्या राजनीतिक प्रतिशोध के कारण हुई हो सकती है क्योंकि एनसीपी हाल ही में हुए खोपोली नगर परिषद चुनाव में हार गई थी। रविंद्र की पत्नी उर्मिला ने वार्ड नंबर 3 से शिवसेना की मानसी कालोखे के खिलाफ एनसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और 700 से अधिक वोटों से हार गई थीं।
सुनील तटकरे के करीबी हैं सुधाकर घरे
सूत्रों के अनुसार, सुधाकर घरे एनसीपी सांसद सुनील तटकरे के करीबी सहयोगी हैं। सुधाकर ने 2024 के विधानसभा चुनाव में कर्जत से शिवसेना के महेंद्र थोर्वे के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और 5,694 वोटों के अंतर से हार गए थे। मंगेश थोर्वे के कट्टर समर्थक थे।
सुबह-सुबह हुई घटना
पुलिस ने बताया कि सुबह करीब 7 बजे, मंगेश अपने बेटे को स्कूल छोड़कर बाइक से घर लौट रहे थे, तभी विहारी गांव के एक चौराहे पर दो अज्ञात हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया। ये हमलावर चार अन्य लोगों के साथ एक काली कार में इंतजार कर रहे थे। दोनों ने तलवार, हंसिया और कुल्हाड़ी से उन पर वार किया और कार लेकर फरार हो गए। कालोखे की मौके पर ही मौत हो गई।
भारी पुलिस फोर्स तैनात
इस हत्या की खबर फैलते ही, शिवसेना समर्थक खोपोली पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हो गए। हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक अंचल दलाल ने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि रविंद्र, उसके बेटों दर्शन और धनेश तथा चव्हाण ने हत्या की साजिश रची थी। उसने दावा किया कि शुक्रवार की सुबह दर्शन, चव्हाण और तीन अज्ञात व्यक्तियों ने मंगेश का पीछा किया, उसकी बाइक रोकी और उसे टक्कर मारकर गिरा दिया। इसके बाद उन्होंने तलवार, हंसिया और कुल्हाड़ी से उस पर हमला किया और उसकी हत्या कर दी। दलाल ने बताया कि अभी तक चार आरोपियों की पहचान नहीं हो पाई है।
थाने में हंगामा
घटना के बाद, परिजनों, मित्रों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने खोपोली पुलिस स्टेशन पर इकट्ठा होकर आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। बाद में उसी शाम, सांसद श्रीरंग बरने और महाराष्ट्र के मंत्री भरत गोगावाले खोपोली पुलिस स्टेशन पहुंचे और पुलिस अधीक्षक आंचल दलाल से मिलकर स्थिति पर चर्चा की। रायगढ़ एसपी आंचल दलाल ने कहा कि कई टीमें गठित की गई हैं और जांच में सहायता के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों को शामिल किया गया है। आरोपियों की पत्नी एनसीपी (अजीत पवार गुट) की उम्मीदवार थीं, जबकि मृतक की पत्नी उसी वार्ड से विजयी उम्मीदवार हैं। महाराष्ट्र के मंत्री भरत गोगावाले ने कहा कि पुलिस इस घटना की गहन जांच कर रही है। मैंने पुलिस अधीक्षक से बात की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
